हर दिल
टूटा है यहाँ हर दिल
ने है चोट खाई
हर दिल में वफ़ा है और है थोड़ी सी बेवफाई........
हर दिल में वफ़ा है और है थोड़ी सी बेवफाई........
देखती है
नज़र जब भी आसमां से
परे
दिखते हैं कुछ गुलसिताँ
पर टूटे हैं गुल सारे
रह गए हैं बस खार ही खार ........
दिखते हैं कुछ गुलसिताँ
पर टूटे हैं गुल सारे
रह गए हैं बस खार ही खार ........