Monday, December 6, 2010

साथ साथ !!

कुछ ना कहो
आज
बस साथ चलो मेरे
इन अजनबी रास्तों पर

ना तुम कुछ बताओ
ना मैं कुछ पूछूं
करने दो बात
बस
इस खामोशी को

चलते रहें
यूँ ही
साथ साथ
अपनी अपनी
तन्हाईयाँ लिए

तुम क्या हो
मैं कौन हूँ
रहने ही दें
आज
इन बातों को

सवालों के
दायरों से परे
अपनी अपनी
हदों में
चलते रहें
साथ साथ
दूर तक
इन अजनबी रास्तों पर

No comments: