Thursday, April 5, 2012

माँ !!

देखा बदलते
वक़्त के साथ
लोगों को

देखा बदलते
रिश्तों को
अपनी सहूलियतों के
हिसाब से
निकलते उनके
मतलबों को

देखा बदलते
ज़िन्दगी की
रफ़्तार को
तेज़ होती जा रही
इसकी
आपा-धापी को

पर
है अभी भी
थपकियों की
गति वही
और
लय वही
और है
स्पर्श वही
ममता से
भरा भरा
दिल को
छूता हुआ

इस
बदलती दुनिया में
यूं तो बदला
बहुत कुछ
पर
है अभी भी
माँ की
लोरी वही
और
ममता वही

शुक्र है
तेज़ी से बदलते
इस जहाँ में
है अभी तक
माँ वही