कभी धूप
तो कभी
छाँव है ज़िन्दगी
आज गम
तो कल
ख़ुशी है ज़िन्दगी
तो कभी
विरह की बेला में
मिलन की
आस है ज़िन्दगी
है ज़िन्दगी
कल की उम्मीदों
पर ही तो
रौशन है ज़िन्दगी
और गुज़ारी
जो तेरी यादों में
वो भी है ज़िन्दगी
नाम है ज़िन्दगी
तो कभी
जागी आँखों का
ख्वाब है ज़िन्दगी
और
हर हाल में
आज खुश रहने का
नाम है ज़िन्दगी.............................
तो कभी
छाँव है ज़िन्दगी
आज गम
तो कल
ख़ुशी है ज़िन्दगी
कभी तपते हुए सहरा में
एक प्यास है ज़िन्दगीतो कभी
विरह की बेला में
मिलन की
आस है ज़िन्दगी
क्या हुआ जो आज
धुंआँ धुंआँ है ज़िन्दगी
कल की उम्मीदों
पर ही तो
रौशन है ज़िन्दगी
गुज़रे जो तेरे साथ
वो है ज़िन्दगीऔर गुज़ारी
जो तेरी यादों में
वो भी है ज़िन्दगी
कभी रातों को
जागने का नाम है ज़िन्दगी
तो कभी
जागी आँखों का
ख्वाब है ज़िन्दगी
वक़्त और हालात का
नाम है ज़िन्दगी और
हर हाल में
आज खुश रहने का
नाम है ज़िन्दगी.............................