Monday, April 9, 2018

कशिश !!

खींचती है एक कशिश
आज भी तेरी ओर
माना कि पड़ गयी है
सफेदी बालों में
और चेहरे पर
खिंच गयी हैं कुछ लकीरें
पर दमकते हैं
आज भी
आँखों में
तेरी यादों के जुगनू.........



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